बिहार सरकार ने अल्पसंख्यक समुदायों के युवाओं और महिलाओं के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, बिहार द्वारा शुरू की गई मुख्यमंत्री श्रमशक्ति योजना का मुख्य उद्देश्य रोज़गार और स्व-रोज़गार को बढ़ावा देना है।
इस योजना के तहत 18 से 45 वर्ष की आयु के पुरुष और महिलाएँ न केवल व्यावसायिक प्रशिक्षण (Vocational Training) प्राप्त कर सकते हैं बल्कि प्रशिक्षण पूरा करने के बाद वे आसान ऋण सुविधा का लाभ उठाकर अपना व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं। यह योजना पूरी तरह से बिहार राज्य अल्पसंख्यक वित्तीय निगम लिमिटेड (BSMFC), पटना द्वारा संचालित की जाती है।
मुख्यमंत्री श्रमशक्ति योजना का उद्देश्य 🎯
👉 इस योजना का उद्देश्य अल्पसंख्यक समुदायों को कौशल प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर और रोज़गार योग्य बनाना है।
- युवाओं और महिलाओं को नौकरी और स्व-रोज़गार के अवसर प्रदान करना।
- प्रशिक्षण के बाद सरल ब्याज पर ऋण (Mukhyamantri Alpsankhyak Rozgar Rinn Yojana) उपलब्ध कराना।
- प्रशिक्षण + वित्तीय सहयोग एक ही योजना के तहत देना।
इस तरह यह योजना कौशल विकास और स्व-रोज़गार के बीच एक मजबूत कड़ी साबित होती है।
योजना के तहत उपलब्ध प्रशिक्षण पाठ्यक्रम 📚
इस योजना के तहत प्रशिक्षण केवल सरकारी अथवा अर्ध-सरकारी संस्थानों में ही कराया जाता है। पाठ्यक्रमों का चयन स्थानीय रोज़गार की मांग और व्यवसाय शुरू करने की संभावना के आधार पर किया जाता है।
क्रमांक | संस्थान का नाम | पाठ्यक्रम |
---|---|---|
1 | सी-डैक (C-DAC), गया | पीजी डिप्लोमा इन एडवांस कंप्यूटिंग, नेटवर्क सिक्योरिटी, वेब प्रोग्रामिंग |
2 | एनआईएलआईटी (NIELIT), पटना | वेब प्रोग्रामिंग, कंप्यूटर एप्लिकेशन, वित्तीय लेखांकन, आईटीईएस/बीपीओ, नेटवर्किंग |
3 | सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (CIPET), हाजीपुर | प्लास्टिक प्रोसेसिंग, इंजेक्शन मोल्डिंग, टूल रूम |
4 | टूल रूम एंड ट्रेनिंग सेंटर (MSME), पटना | एडवांस मशीनिंग, CNC लैथ, CNC प्रोग्रामिंग, एसी/फ्रिज रिपेयर, क्वालिटी कंट्रोल |
5 | इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च (IDTR), औरंगाबाद | LMV और HMV ड्राइविंग प्रशिक्षण |
6 | बिहार स्किल डेवलपमेंट मिशन (BSDM) से जुड़े केंद्र | सिलाई मशीन ऑपरेटर, इलेक्ट्रीशियन असिस्टेंट, डीटीपी, कंप्यूटर ऑपरेटर, प्लंबिंग, ब्यूटी कोर्स |
👉 प्रशिक्षण अवधि अधिकतम 2 वर्ष तक हो सकती है।
मुख्यमंत्री श्रमशक्ति योजना के लाभ 🌟
इस योजना से युवाओं को कई फायदे मिलते हैं, जैसे:
- रोज़गार और स्व-रोज़गार के अवसर 💼
- प्रशिक्षण के बाद उम्मीदवार नौकरी पा सकते हैं या अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
- आसान ऋण सुविधा 🏦
- प्रशिक्षण पूरा करने के बाद उम्मीदवारों को सरल ब्याज दर पर ऋण मिलता है।
- निःशुल्क सामग्री और टूल किट 📘🔧
- सभी प्रशिक्षुओं को पढ़ाई की सामग्री और टूल किट मुफ्त मिलती है।
- प्रशिक्षण प्रमाणपत्र 🎓
- प्रशिक्षण पूरा होने पर संस्थान द्वारा प्रमाणपत्र दिया जाता है।
- आवास व भोजन सहायता 🏠
- यदि संस्थान हॉस्टल उपलब्ध कराता है, तो खर्च निगम द्वारा वहन किया जाएगा।
- अगर हॉस्टल नहीं है, तो उम्मीदवार को ₹1500 मासिक वजीफा मिलेगा।
पात्रता मानदंड ✅
इस योजना का लाभ उठाने के लिए उम्मीदवार को निम्न शर्तें पूरी करनी होंगी:
- 🏠 बिहार का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- ✝️ अल्पसंख्यक समुदाय से होना चाहिए।
- 👩🦱 आयु 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- 💰 परिवार की वार्षिक आय ₹4,50,000 से कम होनी चाहिए।
- 📘 न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता – 8वीं/10वीं पास (पाठ्यक्रम पर निर्भर)।
- 👩🦰 30% सीटें महिलाओं के लिए और 3% सीटें दिव्यांगों के लिए आरक्षित।
👉 यदि आरक्षित सीटें खाली रह जाती हैं, तो वे अन्य अल्पसंख्यक उम्मीदवारों को दी जाएंगी।
आवश्यक दस्तावेज़ 📑
- आधार कार्ड (पहचान प्रमाण)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- आयु प्रमाण (जन्म प्रमाण पत्र / स्कूल प्रमाण पत्र)
- शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक की कॉपी
- जाति / समुदाय प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- दिव्यांग प्रमाण पत्र (यदि लागू)
- अनुभव प्रमाण पत्र (यदि लागू)
आवेदन प्रक्रिया – ऑनलाइन और ऑफलाइन 🖥️📄
🔹 ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ 👉 https://bsmfc.org
- ‘Apply for Skill Training’ लिंक पर क्लिक करें।
- नया पेज खुलने पर ‘Click Here to Apply’ चुनें।
- नए उपयोगकर्ता को New Registration करना होगा।
- सभी विवरण भरें और User ID व Password नोट करें।
- लॉगिन करें, व्यक्तिगत जानकारी और शैक्षणिक योग्यता दर्ज करें।
- प्रशिक्षण कोर्स चुनें और दस्तावेज़ अपलोड करें।
- फॉर्म सबमिट करें।
🔹 ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया:
- उम्मीदवार अपने जिले के अल्पसंख्यक कल्याण कार्यालय में जाकर भी आवेदन कर सकते हैं।
चयन प्रक्रिया 👨⚖️
- सभी आवेदन BSMFC द्वारा शॉर्टलिस्ट किए जाते हैं।
- अधिक आवेदन होने पर प्राथमिकता उच्च योग्यता वाले उम्मीदवारों को दी जाती है।
- समान योग्यता पर अधिक आयु वाले उम्मीदवार को वरीयता मिलेगी।
- अंतिम चयन जिला चयन समिति द्वारा किया जाएगा।
👉 चयनित उम्मीदवार को नामांकन के समय ₹1000 सुरक्षा धनराशि जमा करनी होगी। प्रशिक्षण पूरा होने पर यह राशि वापस कर दी जाएगी।
वजीफा और सुरक्षा धनराशि 💵
- सुरक्षा जमा राशि: ₹1000 (प्रशिक्षण पूरा करने पर वापस)।
- वजीफा: ₹1500 प्रति माह (यदि हॉस्टल सुविधा उपलब्ध नहीं है)।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs) ❓
1. इस योजना का लाभ किसे मिलेगा?
बिहार के अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के स्थायी निवासी जिनकी आय ₹4.5 लाख से कम हो।
2. योजना का उद्देश्य क्या है?
कौशल प्रशिक्षण और ऋण सुविधा के माध्यम से युवाओं को रोज़गार और स्व-रोज़गार के अवसर देना।
3. कौन-कौन से कोर्स उपलब्ध हैं?
आईटी, प्लास्टिक, मशीनिंग, ड्राइविंग, सिलाई, ब्यूटी सर्विस, इलेक्ट्रीशियन, कंप्यूटर आदि।
4. क्या प्रशिक्षण के बाद ऋण मिलेगा?
हाँ ✅, Mukhyamantri Alpsankhyak Rozgar Rinn Yojana के तहत।
5. प्रशिक्षण अवधि कितनी है?
अधिकतम 2 वर्ष।
6. क्या प्रमाणपत्र मिलेगा?
हाँ ✅, प्रशिक्षण पूरा करने पर संस्थान द्वारा।
7. क्या हॉस्टल और भोजन सुविधा है?
हाँ, अगर संस्थान उपलब्ध कराए तो खर्च निगम देगा, अन्यथा ₹1500 वजीफा।
निष्कर्ष ✨
मुख्यमंत्री श्रमशक्ति योजना बिहार 2025 अल्पसंख्यक समुदाय के युवाओं और महिलाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है। यह योजना न केवल निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण, टूल किट, प्रमाणपत्र और वजीफा देती है बल्कि प्रशिक्षण के बाद आसान ऋण सुविधा भी उपलब्ध कराती है।
👉 इस योजना से युवा नौकरी प्राप्त कर सकते हैं या उद्यमी बन सकते हैं। यह बिहार सरकार का सराहनीय कदम है जो अल्पसंख्यक समुदाय को आत्मनिर्भर और मजबूत बनाएगा।
अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो आज ही 👉 bsmfc.org पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करें। 🚀
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