प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है, जो गैर-कृषि लघु और सूक्ष्म उद्यमों को ₹20 लाख तक का बिना जमानत ऋण देकर उनका विकास सुनिश्चित करती है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना अप्रैल 2015 में शुरू की गई इस योजना के तहत रोडसाइड वेंडर से लेकर छोटे निर्माता तक लाखों उद्यमियों को वित्तीय सहायता मिली है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना जिससे रोजगार सृजन और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिला है।
चाहे आप टेलरिंग यूनिट चलाते हों, रिपेयरिंग शॉप के मालिक हों, डेयरी फार्म हो या फूड प्रोसेसिंग व्यवसाय — मुद्रा ऋण आपको कार्यशील पूंजी या जरूरी उपकरणों की खरीद के लिए आर्थिक सहायता देता है।
✨ मुख्य विशेषताएँ
- बिना जमानत ऋण ₹20 लाख तक किसी प्रकार की प्रॉपर्टी गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं होती। शिशु श्रेणी के तहत ₹10,000 तक ऋण मिलता है और तरुण प्लस में ₹20 लाख तक।
- व्यवसाय के अनुसार चार श्रेणियाँ मुद्रा लोन चार श्रेणियों में उपलब्ध होता है: शिशु, किशोर, तरुण और तरुण प्लस। ये आपकी व्यवसायिक स्थिति के अनुसार उपयुक्त ऋण प्रदान करते हैं।
- तेज प्रक्रिया और समयबद्ध मंजूरी BCSBI के दिशानिर्देशों के अनुसार ₹5 लाख तक के आवेदन 14 कार्यदिवस में निपटाए जाते हैं। कई सदस्य ऋणदाता संस्थाएं (MLIs) छोटी राशि के लोन को एक सप्ताह में मंजूर करती हैं।
- देशभर में पहुँच 300 से अधिक अनुसूचित बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, कोऑपरेटिव बैंक, माइक्रोफाइनेंस संस्थान (MFI), NBFCs आदि से मुद्रा के लिए आवेदन किया जा सकता है।
- लचीलापन (फंड के उपयोग में) आप ऋण का उपयोग कार्यशील पूंजी, मशीनरी/उपकरण खरीद, कच्चे माल, दुकान सेटअप, परिवहन वाहन या किसी भी गैर-कृषि आय उत्पन्न करने वाले कार्य में कर सकते हैं — जैसे डेयरी, मधुमक्खी पालन, कृषि प्रसंस्करण इत्यादि।
📊 मुद्रा ऋण की श्रेणियाँ
श्रेणी | ऋण राशि (₹) | उपयुक्त उपयोग |
---|---|---|
शिशु | ₹0 – ₹50,000 | छोटे वेंडर्स, पहली बार उद्यम शुरू करने वालों के लिए |
किशोर | ₹50,001 – ₹5,00,000 | बिजनेस विस्तार, इन्वेंट्री या दुकान की मरम्मत के लिए |
तरुण | ₹5,00,001 – ₹10,00,000 | उत्पादन बढ़ाने, स्टाफ जोड़ने, नई ब्रांच खोलने हेतु |
तरुण प्लस | ₹10,00,001 – ₹20,00,000 | बड़े विस्तार जैसे फैक्ट्री सेटअप, मशीन खरीद, नए बाज़ार में प्रवेश के लिए |
✅ कौन आवेदन कर सकता है?
- व्यक्तिगत उद्यमी और स्वयं-नियोजित व्यक्ति पहली बार व्यवसाय शुरू करने वाले या फ्रीलांसर अपना आधार कार्ड और व्यवसाय प्रमाण प्रस्तुत करके आवेदन कर सकते हैं।
- पार्टनरशिप फर्म एवं कंपनियाँ प्राइवेट लिमिटेड या पब्लिक लिमिटेड कंपनी जो गैर-कृषि क्षेत्र में कार्य कर रही हो।
- स्व-नियोजित पेशेवर डॉक्टर, कंसल्टेंट, आर्किटेक्ट, ट्रेनर आदि जो सेवाएं प्रदान करते हैं।
- कोई भी वैध संस्था या व्यापार फूड प्रोसेसिंग, ट्रांसपोर्ट, मरम्मत कार्य, वस्त्र बुनाई, दस्तकारिता, सेवा प्रदाता आदि पात्र हैं।
⚠️ महत्वपूर्ण: आवेदनकर्ता किसी बैंक या संस्थान का डिफॉल्टर नहीं होना चाहिए।
💸 ब्याज दरें और शुल्क
- ब्याज दरें: RBI के रेगुलेशन के अनुसार प्रत्येक सदस्य ऋणदाता संस्थान (MLI) तय करता है। सामान्य दरें 8% से 14% प्रति वर्ष हो सकती हैं, जो आपकी प्रोफाइल, राशि और भुगतान इतिहास पर निर्भर करती हैं।
- प्रोसेसिंग शुल्क: शिशु कैटेगरी में अक्सर बैंक कोई शुल्क नहीं लेते। किशोर, तरुण, तरुण प्लस में सामान्यतः 0.5%–2% तक का शुल्क लगता है।
- प्री-पेमेंट विकल्प: कई बैंक बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के आंशिक या पूरा प्री-पेमेंट स्वीकार करते हैं — इससे ब्याज की बचत होती है।
🚨 ध्यान दें: किसी भी एजेंट या दलाल से सावधान रहें जो मुद्रा के नाम पर जल्द लोन दिलाने का दावा करते हों। मुद्रा लिमिटेड किसी थर्ड-पार्टी ब्रोकर्स से नहीं जुड़ा है।
📝 आवेदन कैसे करें?
1: Udyami Mitra पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करें
🔗 वेबसाइट: www.mudra.org.in → Apply Now पर क्लिक करें 🔗 रीडायरेक्ट होकर उद्यमी मित्र पोर्टल पर पहुंचें 🔸 यूज़र टाइप चुनें: नया उद्यमी, मौजूदा या स्व-नियोजित 🔸 मोबाइल व ईमेल से OTP वेरिफाई करके लॉगिन बनाएं
2: व्यवसाय प्रोफ़ाइल भरें
🔸 व्यक्तिगत जानकारी + पहचान/पता प्रमाण 🔸 व्यवसाय संबंधी विवरण जैसे नाम, श्रेणी, स्थान, संचालन का समय 🔸 वित्तीय जानकारी व अनुमानित मासिक नकदी प्रवाह
3: श्रेणी और ऋणदाता चुनें
🔸 अपने व्यवसाय अनुसार शिशु/किशोर/तरुण/तरुण प्लस चुनें 🔸 बैंक, SFB, NBFC, MFI आदि में से ऋणदाता चुनें
4: दस्तावेज़ अपलोड करें और आवेदन सबमिट करें
🔸 जरूरी दस्तावेज़ स्कैन करें, अपलोड करें 🔸 एक बार सबमिट करने के बाद आपको ट्रैकिंग नंबर मिलेगा
📂 दस्तावेज़ चेकलिस्ट
श्रेणी | आवश्यक दस्तावेज़ |
---|---|
शिशु (≤ ₹50 हजार) | आधार/पैन/मतदाता ID, पता प्रमाण, 2 फोटो, खरीद कोटेशन, लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन प्रमाण |
किशोर और ऊपर | ऊपर दिए गए दस्तावेज़ + पिछले 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट, 2 वर्ष की बैलेंस शीट और ITR (₹2 लाख से अधिक पर), प्रोजेक्ट रिपोर्ट, पार्टनरशिप डीड/MoA, संपत्ति और देनदारियाँ |
🔄 ऋण मिलने के बाद की गाइडलाइन
KYC और एग्रीमेंट फॉर्म भरें
स्टेज के अनुसार किश्तों में धन रिलीज हो सकता है
EMI समय से भरें — इससे भविष्य के लिए बेहतर क्रेडिट स्कोर बनता है
अन्य योजनाओं में विस्तार करें: जैसे Stand-Up India और PMEGP योजना
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किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना
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